"ड्यूक ऑफ़ कनॉट": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==") |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "ref>(" to "ref>") |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
*ड्यूक ऑफ़ कनाट [[महारानी विक्टोरिया]] का पुत्र और [[इंग्लैंण्ड]] के राजघराने का प्रमुख सदस्य था। | *ड्यूक ऑफ़ कनाट [[महारानी विक्टोरिया]] का पुत्र और [[इंग्लैंण्ड]] के राजघराने का प्रमुख सदस्य था। | ||
*[[मार्च]] [[1921]] ई. में वह [[भारत]] आया और गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट [[1919]] ई. के अंतर्गत भारत में लागू नये संविधान का श्रीगणेश किया। | *[[मार्च]] [[1921]] ई. में वह [[भारत]] आया और गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट [[1919]] ई. के अंतर्गत भारत में लागू नये संविधान का श्रीगणेश किया। | ||
*इस रीति से शाही हाथों से नये शासन विधान का शुभारम्भ कराने पर भी वह भारतीयों को संतोष नहीं प्रदान कर सका और भारत और इंग्लैंण्ड के सम्बन्ध कटु बने रहे।<ref> | *इस रीति से शाही हाथों से नये शासन विधान का शुभारम्भ कराने पर भी वह भारतीयों को संतोष नहीं प्रदान कर सका और भारत और इंग्लैंण्ड के सम्बन्ध कटु बने रहे।<ref>पुस्तक 'भारतीय इतिहास कोश') पृष्ठ संख्या-185</ref> | ||
{{प्रचार}} | {{प्रचार}} |
12:13, 27 जुलाई 2011 का अवतरण
- ड्यूक ऑफ़ कनाट महारानी विक्टोरिया का पुत्र और इंग्लैंण्ड के राजघराने का प्रमुख सदस्य था।
- मार्च 1921 ई. में वह भारत आया और गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट 1919 ई. के अंतर्गत भारत में लागू नये संविधान का श्रीगणेश किया।
- इस रीति से शाही हाथों से नये शासन विधान का शुभारम्भ कराने पर भी वह भारतीयों को संतोष नहीं प्रदान कर सका और भारत और इंग्लैंण्ड के सम्बन्ध कटु बने रहे।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पुस्तक 'भारतीय इतिहास कोश') पृष्ठ संख्या-185