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| ==इतिहास==
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| <quiz display=simple>
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| [[विजयनगर साम्राज्य|विजयनगर]] का प्रथम शासक कौन था जिसने [[पुर्तगाल|पुर्तगालियों]] के साथ संधि की?
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| -हरिहर
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| -बुक्का
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| -देवराय
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| +[[कृष्णदेव राय]]
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| ||[[तुलुव वंश]] के वीर नरसिंह का अनुज '''कृष्णदेव राय''' (1509-1529 ई.), 8 अगस्त, 1509 ई. को [[विजयनगर साम्राज्य]] के सिंहासन पर बैठा। उसके शासन काल में विजयनगर एश्वर्य एवं शक्ति के दृष्टिकोण से अपने चरमोत्कर्ष पर था।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कृष्णदेव राय]]
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| {[[बीजापुर]] का गोल गुम्बज किसका मकबरा है?
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| |type="()"}
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| -आदिलशाह प्रथम
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| -ताज सनेटावा
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| +[[मुहम्मद आदिलशाह]]
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| -इनमें से कोई नहीं
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| {'अमरम' का अर्थ था-
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| +जागीर
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| -एक पदवी
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| -किसान
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| -राजा
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| {[[महाभारत]] का बांग्ला में अनुवाद [[बंगाल]] के किस सुल्तान ने कराया?
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| |type="()"}
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| -अलाउद्दीन हुसैन शाह
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| -[[राजा गणेश]]
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| +नुरसत शाह
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| -इनमें से कोई नहीं
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| {प्रसिद्ध विजय विट्ठल मन्दिर जिसके 56 तक्षित स्तंभ संगीतमय स्वर निकालते हैं, कहाँ अवस्थित है?
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| -बेलूर
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| -मद्राचलम
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| +[[हम्पी]]
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| -[[श्रीरंगम]]
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| ||[[चित्र:Hampi-5.jpg|हम्पी के अवशेष|100px|right]]मन्दिर की दीवारों पर [[रामायण]] के सभी प्रमुख द्दश्य बड़ी सुन्दरता से उकेरे गये हैं। यह मन्दिर राज परिवार की स्त्रियों की पूजा के लिये बनवाया गया था। विट्ठलस्वामी मन्दिर भी विजयनगर शैली का एक सुन्दर नमूना है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[हम्पी]]
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| {'जाति पाति पूछै नहीं कोई/हरि का भजै सो हरि का होई'-ये पंक्तियाँ किसकी है?
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| +[[रामानंद]]
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| -[[कबीर]]
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| -[[तुलसी]]
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| -सूर
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| ||वैष्णवाचार्य स्वामी रामानंद का जन्म 1299 ई. में [[प्रयाग]] में हुआ था। इनके विचारों पर गुरु राघवानंद के विशिष्टा द्वैत मत का अधिक प्रभाव पड़ा। अपने मत के प्रचार के लिए इन्होंने [[भारत]] के विभिन्न तीर्थों की यात्रा कीं। तीर्थाटन से लौटने पर अनेक गुरु-भाइयों ने यह कहकर रामानंद के साथ भोजन करने से इंकार कर दिया कि इन्होंने तीर्थाटन में छुआछूत का विचार, नहीं किया होगा।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रामानंद]]
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| {[[हल्दीघाटी]] का युद्ध कब लड़ा गया?
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| |type="()"}
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| -1526 ई. में
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| +1576 ई. में
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| -1605 ई. में
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| -1660 ई. में
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| {निम्नलिखित में से कौन सबसे प्राचीन वाद्ययंत्र है?
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| |type="()"}
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| -[[सितार]]
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| -[[तबला]]
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| -सरोद
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| +[[वीणा]]
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| ||[[चित्र:Veena.jpg|वीणा|100px|right]]वीणा एक ऐसा वाद्य यंत्र है जिसका प्रयोग शास्त्रीय संगीत में किया जाता है। वीणा एक [[तत वाद्य]] है। प्राचीन ग्रन्थों में गायन के साथ वीणा की संगति का उल्लेख मिलता है।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[वीणा]]
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| {[[भारत]] का प्रथम गवर्नर जनरल था-
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| |type="()"}
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| -[[वारेन हेस्टिंग्स]]
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| -कार्नवालिस
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| +विलियम बैंटिक
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| -[[लार्ड कैनिंग]]
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| {[[भारत]] में सबसे पहला सूती वस्त्र मिल किस शहर में स्थापित किया गया था?
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| |type="()"}
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| -[[सूरत]]
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| -[[अहमदाबाद]]
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| +[[बंबई]]
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| -कोयम्बटूर
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| ||[[चित्र:Nariman-Point-Mumbai.jpg|नरीमन पाइंट, मुम्बई|100px|right]]सूती वस्त्र उद्योग, जिसके कारण 19वीं शताब्दी में यह नगर समृद्ध हुआ। अब भी महत्त्वपूर्ण है, लेकिन अब इसका पतन हो रहा है, क्योंकि कई सूती वस्त्र मिलों को रूग्ण इकाई घोषित कर दिया गया हैं नए विकासशील उद्योगों में [[धातु]], रसायन, वाहन, इलेक्ट्रानिक्स, इंजीनियरिंग और कई प्रकार के सहायक उद्यम शामिल हैं।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बंबई]]
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| {अकालों को रोकने तथा अकाल पीड़ितों की सहायता हेतु [[भारत]] सरकार ने 'अकाल संहिता' कब प्रचारित किया?
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| |type="()"}
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| -1879
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| -1881
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| +1883
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| -1885
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| {[[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] की सबसे पहली महिला अध्यक्ष थी-
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| |type="()"}
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| -[[सरोजनी नायडू]]
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| -भीखाजी कामा
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| +[[एनी बेसेंट]]
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| -[[विजयलक्ष्मी पंडित]]
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| ||[[चित्र:Annie-Besant-2.jpg|एनी बेसेंट|100px|right]]एनी भारतीयों की स्वतंत्रता की जबरदस्त पक्षधर थीं। [[1914]] में उन्होंने भारतीय राजनीति में प्रवेश किया और [[1917]] में निर्वाचन समिति द्वारा [[भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस]] की अध्यक्ष चुनी गई। आमतौर पर पार्टी का अधिवेशन समाप्त होने पर राजनीतिक दल के अध्यक्ष निजी जीवन में व्यस्त हो जाते थे, लेकिन डॉ. बेसेंट ने पूरे वर्ष देश के अलग-अलग हिस्सों में घूमकर पार्टी को संगठित करने का कार्य किया।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[एनी बेसेंट]]
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| {'पंजाब केसरी' का खिताब किसको दिया गया था?
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| |type="()"}
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| -[[रणजीत सिंह]]
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| -सरदास बलदेव सिंह
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| -[[भगत सिंह]]
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| +[[लाला लाजपत राय]]
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| ||[[चित्र:Lala-Lajpat-Rai.jpg|लाला लाजपत रायलाला लाजपत राय|100px|right]]पंजाब केसरी लाला लाजपत राय (जन्म-[[28 जनवरी]], [[1865]], मृत्यु- [[17 नवंबर]], [[1928]])। आजीवन ब्रिटिश राजशक्ति का सामना करते हुए अपने प्राणों की परवाह न करने वाले लाला लाजपत राय 'पंजाब केसरी' कहे जाते हैं। लाला लाजपत राय [[भारत]] के एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे।{{point}} अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[लाला लाजपत राय]]
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| {[[गांधीजी]] ने किस कानून को 'काला कानून' कहा था?
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| |type="()"}
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| +[[रॉलेट एक्ट]]
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| -माण्टेग्यू घोषणा
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| -हंटर आयोग
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| -कम्युनल अवार्ड
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| {[[हड़प्पा सभ्यता]] किस युग की थी?
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| |type="()"}
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| +कांस्य युग
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| -पुरापाषाण युग
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| -नवपाषाण युग
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| -लौह युग
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| {[[जैन साहित्य]] को कहा जाता है?
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| |type="()"}
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| +[[आगम]]
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| -[[निगम]]
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| -ग्रंथ
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| -बखार
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| </quiz>
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