"अतीश दीपांकर श्रीज्ञान": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (श्रेणी:नया पन्ना; Adding category Category:दार्शनिक (Redirect Category:दार्शनिक resolved) (को हटा दिया गया हैं।))
(अतिशा को अनुप्रेषित)
 
(2 सदस्यों द्वारा किए गए बीच के 4 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
*अतीश दीपांकर श्रीज्ञान 834 से 838 ई. तक तत्कालीन [[विक्रमशिला विश्वविद्यालय]], [[भागलपुर]] के उपकुलपति थे।
#REDIRECT[[अतिशा]]
*[[बौद्ध धर्म]] की ब्रजयान शाखा (तांत्रिक महायान) के वे महान दार्शनिक थे। जिसका विकास विक्रमशिला विश्वविद्यालय में ही हुआ था।
*उसके बाद ब्रजयान [[दर्शन]] को उन्होंने [[तिब्बत]] में भी फैलाया। तिब्बत में प्रचलित '''लामा प्रणाली''' मूल रूप से इसी ब्रजयान दर्शन का विकसित रूप है। जिसे अतीश अपने साथ तिब्बत ले गए।
*उन्हें तिब्बत में मंजुश्री का अवतार माना जाता है तथा [[बुद्ध]] और पद्मसम्भव के बाद सबसे अधिक सम्मानित माना जाता है।
 
{{प्रचार}}
{{लेख प्रगति
|आधार=आधार1
|प्रारम्भिक=
|माध्यमिक=
|पूर्णता=
|शोध=
}}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
[[Category:बौद्ध धर्म कोश]]
[[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:दार्शनिक]]
__INDEX__

11:44, 10 जून 2011 के समय का अवतरण

अनुप्रेषण का लक्ष्य: