भावनगर रियासत

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भावनगर रियासत औपनिवेशिक काल में गुजरात के काठियावाड़ में स्थित थी। सूर्यवंशी गोहिल राजाओं का इस रियासत पर शासन था। इसलिए ये विस्तार आज भी गोहिलवाड़ से जाना जाता है।

  • गोहिल राजपूतों को मारवाड़ में तीव्र स्पर्धा का सामना करना पड़ा था. इसलिए वह मारवाड़ छोड़कर गुजरात आये थे।
  • तत्कालीन समय में गोहिल शासकों ने गुजरात[1] में 1194 में सेजकपुर में सत्ता स्थापित की।
  • सन 1722-1723 में कंथा जी कड़ानी और पीपला जी गायकवाड़ की राहबरी तले गोहीलोंं की उस समय की राजधानी सिंहोर पर आक्रमण हुआ, जिसमें गोहिलों को पराजय का सामना करना पड़ा। पराजय का मुख्य कारण सिंहोर की भौगोलिक स्थिति को माना गया।
  • सन 1723 में सिंहोर से 30 कि.मी. दूर वडवा गाँव के पास समुद्र के किनारे महाराजा भावसिंह गोहिल ने भावनगर रियासत की स्थापना की। महाराजा भावसिंह के नाम से रियासत का नाम भावनगर रखा गया।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. तब के समय में गुजरात राज्य का अस्तित्व नहीं था।

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