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जीसैट-8 उपग्रह

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जीसैट-8 भारत का उन्नत संचार और एक उच्च शक्तिवाली उपग्रह है, जिसमें इन्सैट प्रणाली लगाई जा रही है। उत्थापन के दौरान लगभग 3100 कि.ग्रा. भार वाले जीसैट-8 उपग्रह को के यू बैण्ड में 24 उच्च शक्ति वाले प्रेषानुकरों तथा एल 1 तथा एल 5 बैण्ड में प्रचालित दो-चैनल वाले जीपीएस आधारित जीईओ संवर्धित नौवहन (गगन) नीतभार का वहन करने के लिए संरूपित किया गया है।

24 के यू बैण्ड प्रेषानुकर इन्सैट प्रणाली की क्षमता को संवर्धित करेगा। गगन नीतभार, उपग्रह आधारित संवर्धन प्रणाली (एसबीएएस), को प्रदान करता है, जिसके जरिए भू आधारित अभिग्राहियों के नेटवर्क द्वारा जीपीएस उपग्रहों से प्राप्त स्थिति की सूचना की यथार्थता को सुधारा जाता है तथा भूस्थिर उपग्रहों के जरिए देश में प्रयोक्ताओं को उपलब्ध कराया जाता है।

मिशन संचार
भार 3093 कि.ग्रा (उत्थापन के समय भार)

1426 कि.ग्रा (शुष्क भार)

पावर 6242 वॉट तथा तीन 100 एएच लिथियम आयन बैटरियाँ प्रदान करते सौर व्यूह
भौतिक आयाम 2.0 x 1.77 x 3.1 मीटर घनाभ
नोदन कक्षा संवर्धन के लिए, ऑक्सीकारक के रूप में इपधन के रूप में मेनो मिथाईल हाइड्रीजीन (एमएमएच) सहित 440 न्यूटन द्रव अपभू मोटर (एलएएम), तथा नाइट्रोजन के मिश्रित ऑक्सीडाईस (एमओएन-3)
स्थिरीकरण भू संवेदक, सूर्य संवेदक, संवेग तथा प्रतिक्रिया चक्र, चुम्बक बल आधूर्णित्र तथा आठ 10 न्यूटॉन तथा आठ 22 न्यूटॉन द्विनोदन प्रणोद का प्रयोग करते हुए कक्षा में त्रि-अक्षीय पिंड का स्थिरीकरण
एटेना के यू बैण्ड के लिए ऑफसेट-फेड फीड प्रदीप्ति सहित दो स्वदेशी रूप से विकसित 2.2 मीटर व्यास वाले प्रेषी/अभिग्रहण ुवीकरण संवेदनशील ग्रिड आकार के बीम प्रस्तरणीकरणीय परावर्तक, गगन के लिए 0.6 मीटर सी-बैंण्ड तथा 0.8x0.8 वर्ग मीटर एल-बैण्ड हेलिक्स एटेना
प्रमोचन दिनांक मई 21, 2011
प्रमोचन स्थल कौरू, फ्रेन्च गियाना
प्रमोचन वाहन एरियाने-5 वी-202
कक्षा भूतुल्यकाली (55 डिग्री पूर्व)
मिशन कालावधि 12 वर्ष से अधिक


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