चित्र:Bhagwati-Charan-Verma.jpg
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Bhagwati-Charan-Verma.jpg (120 × 174 चित्रतत्व, संचिका का आकार: 4 KB, माइम प्रकार: image/jpeg)
विवरण (Description) | भगवतीचरण वर्मा |
अन्य विवरण | भगवतीचरण वर्मा (जन्म- 30 अगस्त, 1903 ई., उन्नाव ज़िला, उत्तर प्रदेश; मृत्यु- 5 अक्टूबर, 1981 ई.) हिन्दी जगत के प्रमुख साहित्यकार है। इन्होंने लेखन तथा पत्रकारिता के क्षेत्र में ही प्रमुख रूप से कार्य किया। |
यह चित्र मूलत: जहाँ उपलब्ध है, वहाँ इसके प्रयोग अनुमति अथवा कॉपीराइट संबंधी कोई स्पष्ट सूचना नहीं है। चूँकि भारतकोश एक शैक्षिक एवं अव्यावसायिक मिशन है। इसलिए यह चित्र यहाँ प्रयोग किया गया है। इस चित्र को किसी प्रकार से कहीं भी उपयोग करने की अनुमति देने से भारतकोश का कोई संबंध नहीं है। यदि इस चित्र के यहाँ उपयोग पर आपत्ति हो तो यहाँ सूचित करें अथवा [email protected] पर ई-मेल करें । यह चित्र हटा दिया जाएगा।
|
I |
The source where this image is primarily available does not clearly specify the usage policy or copyright information for its use. As Bharatkosh is an educational and non-commercial project, we have used the image for a non-profit purpose. We are not responsible to provide any permission to make further use of this image in any context. Please inform here or email [email protected] In case of any objections with respect to the image used on Bharatkosh. We'll remove the image.
|
चित्र का इतिहास
फ़ाइल पुराने समय में कैसी दिखती थी यह जानने के लिए वांछित दिनांक/समय पर क्लिक करें।
दिनांक/समय | अंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल) | आकार | सदस्य | टिप्पणी | |
---|---|---|---|---|---|
वर्तमान | 06:34, 18 अप्रैल 2011 | ![]() | 120 × 174 (4 KB) | फ़िज़ा (वार्ता | योगदान) |
आप इस चित्र को ओवर्राइट नहीं कर सकते।
चित्र का उपयोग
21 ये पृृष्ठ इस चित्र का इस्तेमाल करते हैं:
- अज्ञात देश से आना -भगवतीचरण वर्मा
- आज मानव का -भगवतीचरण वर्मा
- आज मानव का सुनहला प्रात है -भगवतीचरण वर्मा
- आज शाम है बहुत उदास -भगवतीचरण वर्मा
- कल सहसा यह सन्देश मिला -भगवतीचरण वर्मा
- तुम अपनी हो, जग अपना है -भगवतीचरण वर्मा
- तुम मृगनयनी -भगवतीचरण वर्मा
- तुम सुधि बन-बनकर बार-बार -भगवतीचरण वर्मा
- देखो-सोचो-समझो -भगवतीचरण वर्मा
- बस इतना--अब चलना होगा -भगवतीचरण वर्मा
- बसन्तोत्सव -भगवतीचरण वर्मा
- मातृ-भू शत-शत बार प्रणाम -भगवतीचरण वर्मा
- मानव -भगवतीचरण वर्मा
- मैं कब से ढूँढ़ रहा हूँ -भगवतीचरण वर्मा
- संकोच-भार को सह न सका -भगवतीचरण वर्मा
- स्मृतिकण -भगवतीचरण वर्मा
- हम दीवानों की क्या हस्ती -भगवतीचरण वर्मा
- भारतकोश:भारत कोश हलचल/29 अगस्त
- भारतकोश:भारत कोश हलचल/30 अगस्त
- भारतकोश:भारत कोश हलचल/4 अक्टूबर
- भारतकोश:भारत कोश हलचल/5 अक्टूबर