गंगालहरी (बहुविकल्पी)

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
Disamb.svg "यह एक बहुविकल्पी शब्द का पृष्ठ है। अर्थात समान शीर्षक वाले लेखों की सूची। अगर आप यहाँ किसी भारतकोश की कड़ी के द्वारा भेजे गए है, तो कृपया उसे सुधार कर सीधे ही संबंधित लेख से जोड़ें, ताकि पाठक अगली बार सही पन्ने पर जा सकें।"


  1. गंगालहरी - दो अलग-अलग रचनाएँ है, जिनमें से एक की रचना संस्कृत में व दूसरी की हिन्दी में हुई है।
  2. गंगालहरी (पंडित जगन्नाथ) - पंडित जगन्नाथ द्वारा रचित 'गंगास्तव' है।
  3. गंगालहरी (पद्माकर) - कवि पद्माकर की अंतिम रचना है।