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08:14, 5 जुलाई 2011 का अवतरण
- ओंकार मांधाता ओंकारेश्वर का ही दूसरा नाम है:- देखें ओंकारेश्वर
- खंडवा के निकट नर्मदा नदी में एक पहाड़ी द्वीप है।
- यह स्थान प्राचीन काल से ही तीर्थ के रूप में प्रख्यात है।
- इसे ओंकारेश्वर और मांधाता भी कहते हैं।
- जनश्रुति है कि राजा मांधाता ने इस द्वीप में शिव की आराधना की थी।
- द्वीप नर्मदा और उसकी एक उपधारा-कावेरी-से घिरा है।
- इसका आकार ओंकार (प्रणव) के समान है जो संभवत: इसके नामकरण का कारण है।
- इसके आस-पास अनेक छोटे-मोटे तीर्थस्थल हैं।
- मांधाता को अमरेश्वर भी कहते हैं।
- स्कंद पुराण रेवाखंड[1] में इसका वर्णन है।
- अमरेश्वर की शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में गणना है।
- यह स्थान पश्चिम रेलवे के अजमेर-खंडवा मार्ग पर ओंकारेश्वर स्टेशन से सात मील दूर है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ स्कंद पुराण रेवाखंड, 28, 133