"एलिशा केंट केन" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
पंक्ति 11: | पंक्ति 11: | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
{{विदेशी अन्वेषक}}{{भारतीय अन्वेषक}} | {{विदेशी अन्वेषक}}{{भारतीय अन्वेषक}} | ||
− | [[Category:अन्वेषक]][[Category:विदेशी अन्वेषक]][[Category:चरित कोश]][[Category:हिन्दी_विश्वकोश]][[Category:विदेशी]] | + | [[Category:अन्वेषक]][[Category:विदेशी अन्वेषक]][[Category:चरित कोश]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:हिन्दी_विश्वकोश]][[Category:विदेशी]][[Category:इतिहास कोश]][[Category:भूगोलवेत्ता]] |
__INDEX__ | __INDEX__ |
11:19, 13 जनवरी 2020 के समय का अवतरण
एलिशा केंट केन आर्कटिक प्रदेश के खोजी अमरीकी अन्वेषक थे। इनका जन्म फिलाडेल्फिया में 3 फ़रवरी, 1820 ई. को हुआ था।
- 1840 ई. में संयुक्त राज्य अमरीका की नौसेना की सेवा में रहते हुए उन्होंने मेक्सिको की खाड़ी का भूमापन किया।
- इसके पश्चात् उन्होंने 1850 ई. तथा 1853 ई. में आर्कटिक प्रदेश की दो बार यात्रा की। इन यात्राओं का वृत्त उन्होंने पुस्तकों में प्रकाशित किया है। इसके लिये उन्हें न्यूयार्क विधान सभा तथा लंदन की रॉयल भूगोल परिषद् ने स्वर्णपदक प्रदान किए।
- दूसरी बार की यात्रा में एलिशा केंट केन बैफिन की खाड़ी तथा स्मिथ साउंड से होते हुए 78 43 उत्तरी अक्षांश तक पहुँचे। वहाँ जहाज बर्फ में फँस गया। 21 महीने तक प्रतीक्षा करने के बाद जहाज को छोड़ वे नाव तथा स्लेज द्वारा 1855 ई. में ग्रीनलैंड की एक डेन बस्ती में पहुँचे। वहाँ से वे एक विशेष जहाज से अमरीका लौटे।
- एलिशा केंट केन का देहांत 16 फ़रवरी, सन् 1857 ई. को हवाना (क्यूबा) में हुआ।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ एलिशा केंट केन (हिंदी) भारतखोज। अभिगमन तिथि: 17 July, 2018।