"इतिहास सामान्य ज्ञान 57" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (Text replace - "संन्यास" to "सन्न्यास")
पंक्ति 48: पंक्ति 48:
 
-डी. आर. भंडारकर
 
-डी. आर. भंडारकर
 
||[[चित्र:Chanakya.jpg|right|100px|कौटिल्य]]'कौटिल्य' को 'चाणक्य' एवं 'विष्णुगुप्त' नाम से भी जाना जाता है। इन्होंने '[[अर्थशास्त्र ग्रंथ|अर्थशास्त्र]]' नामक एक [[ग्रन्थ]] की रचना की थी, जो तत्कालीन राजनीति, अर्थनीति, [[इतिहास]], आचरण शास्त्र, [[धर्म]] आदि पर भली-भाँति प्रकाश डालता है। 'अर्थशास्त्र' [[मौर्य काल]] के समाज का दर्पण है, जिसमें समाज के स्वरूप का सर्वांग देखा जा सकता है। 20वीं शती में शामशास्त्री और गणपति शास्त्री ने अर्थशास्त्र की खोज की और उसे सम्पादित करके प्रकाशित किया। शामशास्त्री ने इसका [[अंग्रेज़ी]] अनुवाद [[1915]] में [[मैसूर]] से प्रकाशित किया था। गणपति शास्त्री ने इस पर एक [[टीका]] [[संस्कृत]] में लिखी थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कौटिल्य]]
 
||[[चित्र:Chanakya.jpg|right|100px|कौटिल्य]]'कौटिल्य' को 'चाणक्य' एवं 'विष्णुगुप्त' नाम से भी जाना जाता है। इन्होंने '[[अर्थशास्त्र ग्रंथ|अर्थशास्त्र]]' नामक एक [[ग्रन्थ]] की रचना की थी, जो तत्कालीन राजनीति, अर्थनीति, [[इतिहास]], आचरण शास्त्र, [[धर्म]] आदि पर भली-भाँति प्रकाश डालता है। 'अर्थशास्त्र' [[मौर्य काल]] के समाज का दर्पण है, जिसमें समाज के स्वरूप का सर्वांग देखा जा सकता है। 20वीं शती में शामशास्त्री और गणपति शास्त्री ने अर्थशास्त्र की खोज की और उसे सम्पादित करके प्रकाशित किया। शामशास्त्री ने इसका [[अंग्रेज़ी]] अनुवाद [[1915]] में [[मैसूर]] से प्रकाशित किया था। गणपति शास्त्री ने इस पर एक [[टीका]] [[संस्कृत]] में लिखी थी।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कौटिल्य]]
 
{[[वेदव्यास|कृष्ण द्वैपायन वेदव्यास]] ने प्रसिद्ध '[[महाभारत]]' ग्रंथ का प्रणयन किया। वह स्थल कौन-सा माना जाता है, जहाँ बैठकर व्यास ने इस [[ग्रंथ]] का प्रणयन किया?
 
|type="()"}
 
-[[हिमालय]]
 
+[[उत्तराखंड]]
 
-[[कांची]]
 
-इनमें से कोई नहीं
 
||[[चित्र:Ram-Jhula-Bridge.jpg|right|90px|राम झूला, ऋषिकेश, उत्तराखंड]]'उत्तराखंड' [[भारत]] के उत्तर में स्थित एक राज्य है। वर्ष [[2000]] और [[2006]] के बीच यह [[उत्तरांचल]] के नाम से जाना जाता था। [[9 नवम्बर]], 2000 को [[उत्तराखंड]] भारत गणराज्य के 27वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया। प्राचीन धर्मग्रंथों में उत्तराखंड का उल्लेख 'केदारखंड', 'मानसखंड' और 'हिमवंत' के रूप में मिलता है। लोककथा के अनुसार [[पांडव]] यहाँ पर आए थे और विश्व के सबसे बड़े [[महाकाव्य|महाकाव्यों]] [[महाभारत]] व [[रामायण]] की रचना भी यहीं पर हुई थी। प्राचीन काल में यहाँ मानव निवास के प्रमाण मिलने के बावज़ूद इस इलाक़े के इतिहास के बारे में बहुत कम जानकारी मिलती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[उत्तराखंड]]
 
 
{निम्नलिखित विद्रोहों में से किसको [[बंकिमचंद्र चटर्जी]] ने अपने उपन्यास '[[आनन्दमठ]]' में उल्लेख करके प्रसिद्ध किया?
 
|type="()"}
 
-[[भील विद्रोह]]
 
-[[रंगपुर (गुजरात)|रंगपुर]] तथा दीनापुर विद्रोह
 
-विष्णुपुर तथा वीरभूम विद्रोह
 
+[[सन्न्यासी विद्रोह]]
 
||[[चित्र:Aanandmath.jpg|right|80px|आनन्दमठ]]'सन्न्यासी विद्रोह' [[भारत]] की आज़ादी के लिए [[बंगाल (आज़ादी से पूर्व)|बंगाल]] में [[अंग्रेज़]] सरकार के विरुद्ध किया गया एक प्रबल विद्रोह था। बंगाल में अंग्रेज़ी हुकूमत के क़ायम होने पर ज़मींदार, कृषक, शिल्पकार सभी की स्थिति बहुत बदतर हो गई थी। इसके अतिरिक्त बंगाल का 1770 ई. का भयानक [[अकाल]] तथा अंग्रेज़ी सरकार द्वारा इसके प्रति बरती गई उदासीनता इस विद्रोह का प्रमुख कारण थी। 'सन्न्यासी विद्रोह' की स्पष्ट जानकारी [[बंकिमचन्द्र चटर्जी]] के [[उपन्यास]] '[[आनन्दमठ]]' में मिलती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सन्न्यासी विद्रोह]]
 
 
{वर्ष [[1946]] में बनी अंतरिम सरकार में [[डॉ. राजेन्द्र प्रसाद]] के पास कौन-सा विभाग था?
 
|type="()"}
 
-[[रक्षा मंत्रालय|रक्षा विभाग]]
 
-विदेशी मामले तथा राष्ट्रमंडल सम्बन्ध
 
+खाद्य तथा कृषि
 
-[[वित्त मंत्रालय|वित्त विभाग]]
 
||[[चित्र:Dr.Rajendra-Prasad.jpg|right|100px|डॉ. राजेन्द्र प्रसाद]][[भारत]] के प्रथम [[राष्ट्रपति]] [[डॉ. राजेन्द्र प्रसाद]] प्रतिभाशाली व्यक्तित्व के धनी और विद्वान थे। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद 'इंडियन नेशनल कांग्रेस' के एक से अधिक बार अध्यक्ष रहे थे। सन [[1934]] में [[बम्बई]] में हुए 'इंडियन नेशनल कांग्रेस' के अधिवेशन की अध्यक्षता उन्होंने की थी। [[1946]] में [[जवाहर लाल नेहरू]] के नेतृत्व में बारह मंत्रियों के साथ एक अंतरिम सरकार बनी थी। इसमें राजेन्द्र प्रसाद 'कृषि और खाद्य मंत्री' नियुक्त हुए। यह काम उन्हें पसन्द था और वह तुरन्त काम में जुट गये। देश में इस समय खाद्य पदार्थों की बहुत कमी थी और उन्होंने खाद्य पदार्थों का उत्पादन बढ़ाने के लिये योजना भी बनाई।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[डॉ. राजेन्द्र प्रसाद]]
 
 
{[[कालिदास]] के निम्न ग्रंथों में से किस [[ग्रंथ]] से [[शुंग वंश|शुंगों]] के इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त होती है?
 
|type="()"}
 
-[[कुमारसम्भव]]
 
-[[ऋतुसंहार]]
 
-[[विक्रमोर्वशीय]]
 
+[[मालविकाग्निमित्रम्]]
 
||[[चित्र:Poet-Kalidasa.jpg|right|90px|कालिदास]]चौथी शताब्दी के उत्तरार्द्ध एवं पाँचवी शताब्दी के पूर्वार्द्ध में [[कालिदास]] द्वारा रचित '[[मालविकाग्निमित्रम्]]' [[संस्कृत]] ग्रंथ से [[पुष्यमित्र शुंग]] एवं उसके पुत्र [[अग्निमित्र]] के समय के राजनीतिक घटनाचक्र तथा [[शुंग वंश|शुंग]] एवं [[यवन]] संघर्ष का उल्लेख मिलता है। 'मालविकाग्निमित्रम्' शृंगार रस प्रधान पाँच अंकों का [[नाटक]] है। यह महाकवि कालिदास की प्रथम नाट्य कृति है; इसलिए इसमें वह लालित्य, माधुर्य एवं भावगाम्भीर्य दृष्टिगोचर नहीं होता, जो '[[विक्रमोर्वशीय]]' अथवा '[[अभिज्ञानशाकुन्तलम]]' में है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[मालविकाग्निमित्रम्]]
 
 
{निम्नलिखित में से किसे 'द गोल्डन सिटी ऑफ़ 1000 टेंपल' कहा जाता है?
 
|type="()"}
 
+[[कांचीपुरम]]
 
-[[नागरकोइल]]
 
-[[महाबलीपुरम]]
 
-[[कुम्भकोणम]]
 
||[[चित्र:Ekambareswara-Temple.jpg|right|80px|एकम्बरनाथर मंदिर, कांचीपुरम]]'कांचीपुरम' उत्तरी [[तमिलनाडु]] के प्राचीन व मशहूर शहरों में से एक है। ऐसी [[अनुश्रुति]] है कि इस क्षेत्र में प्राचीन काल में [[ब्रह्मा|ब्रह्माजी]] ने देवी के दर्शन के लिये तप किया था। [[कांचीपुरम]] 'दक्षिण की काशी' मानी जाती है, जो [[मद्रास]] (वर्तमान [[चेन्नई]]) से 45 मील {{मील|मील=45}} की दूरी पर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। कांचीपुरम को पूर्व में 'कांची' और 'कांचीअम्पाठी' भी कहा जाता था। यह [[आधुनिक काल]] में कांचीवरम के नाम से भी प्रसिद्ध है। कांचीपुरम को "द गोल्डन सिटी ऑफ़ 1000 टेंपल" भी कहा जाता है। [[भारत]] के सात पवित्र शहरों में से एक का दर्जा भी इसे प्राप्त है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कांचीपुरम]]
 
 
</quiz>
 
</quiz>
 
|}
 
|}

13:25, 21 अगस्त 2016 का अवतरण

सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान


इस विषय से संबंधित लेख पढ़ें:- इतिहास प्रांगण, इतिहास कोश, ऐतिहासिक स्थान कोश

पन्ने पर जाएँ
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41 | 42 | 43 | 44 | 45 | 46 | 47 | 48 | 49 | 50 | 51 | 52 | 53 | 54 | 55 | 56 | 57 | 58 | 59 | 60 | 61 | 62 | 63 | 64 | 65 | 66 | 67 | 68 | 69 | 70 | 71 | 72 | 73 | 74 | 75 | 76 | 77 | 78 | 79 | 80 | 81 | 82 | 83 | 84 | 85 | 86 | 87 | 88 | 89 | 90 | 91 | 92 | 93 | 94 | 95 | 96 | 97 | 98 | 99 | 100 | 101 | 102 | 103 | 104 | 105 | 106 | 107 | 108 | 109 | 110 | 111 | 112 | 113 | 114 | 115 | 116 | 117 | 118 | 119 | 120 | 121 | 122 | 123 | 124 | 125 | 126 | 127 | 128 | 129 | 130 | 131 | 132 | 133 | 134 | 135 | 136 | 137 | 138 | 139 | 140 | 141 | 142 | 143 | 144 | 145 | 146 | 147 | 148 | 149 | 150 | 151 | 152 | 153 | 154 | 155 | 156 | 157 | 158 | 159 | 160 | 161 | 162 | 163 | 164 | 165 | 166 | 167 | 168 | 169 | 170 | 171 | 172 | 173 | 174 | 175 | 176 | 177 | 178 | 179 | 180 | 181 | 182 | 183 | 184 | 185 | 186 | 187 | 188 | 189 | 190 | 191 | 192 | 193 | 194 | 195 | 196 | 197 | 198 | 199 | 200 | 201 | 202 | 203 | 204 | 205 | 206 | 207 | 208 | 209 | 210 | 211 | 212 | 213| 214 | 215 | 216 | 217 | 218 | 219 | 220 | 221 | 222 | 223 | 224 | 225 | 226 | 227 | 228 | 229 | 230 | 231 | 232 | 233 | 234 | 235 | 236 | 237| 238 | 239 | 240 | 241 | 242 | 243 | 244 | 245 | 246 | 247 | 248 | 249 | 250 | 251 | 252 | 253 | 254 | 255 | 256 | 257 | 258 | 259 | 260 | 261 | 262 | 263 | 264 | 265 | 266 | 267 | 268 | 269 | 270 | 271 | 272 | 273 | 274 | 275 | 276 | 277 | 278 | 279 | 280 | 281 | 282 | 283 | 284 | 285 | 286 | 287 | 288 | 289 | 290 | 291 | 292 | 293 | 294 | 295 | 296 | 297 | 298 | 299 | 300 | 301 | 302 | 303 | 304 | 305 | 306 | 307 | 308 | 309 | 310 | 311 | 312 | 313 | 314 | 315 | 316 | 317 | 318 | 319 | 320 | 321 | 322 | 323 | 324 | 325 | 326 | 327 | 328 | 329 | 330 | 331 | 332 | 333 | 334 | 335 | 336 | 337 | 338 | 339 | 340 | 341 | 342 | 343 | 344 | 345 | 346 | 347 | 348 | 349 | 350 | 351 | 352 | 353 | 354 | 355 | 356 | 357 | 358 | 359 | 360 | 361 | 362 | 363 | 364 | 365 | 366 | 367 | 368 | 369 | 370 | 371 | 372 | 373 | 374 | 375 | 376 | 377 | 378 | 379 | 380 | 381 | 382 | 383 | 384 | 385 | 386 | 387 | 388 | 389 | 390 | 391 | 392 | 393 | 394 | 395 | 396 | 397 | 398 | 399 | 400 | 401 | 402 | 403 | 404 | 405 | 406 | 407 | 408 | 409 | 410 | 411 | 412 | 413 | 414 | 415 | 416 | 417 | 418 | 419 | 420 | 421 | 422 | 423 | 424 | 425 | 426 | 427 | 428 | 429 | 430 | 431 | 432 | 433 | 434 | 435 | 436 | 437 | 438 | 439 | 440 | 441 | 442 | 443 | 444 | 445 | 446 | 447 | 448 | 449 | 450 | 451 | 452 | 453 | 454 | 455 | 456 | 457 | 458 | 459 | 460 | 461 | 462 | 463 | 464 | 465 | 466 | 467 | 468 | 469 | 470 | 471 | 472 | 473 | 474 | 475 | 476 | 477 | 478 | 479 | 480 | 481 | 482 | 483 | 484 | 485 | 486 | 487 | 488 | 489 | 490 | 491 | 492 | 493 | 494 | 495 | 496 | 497 | 498 | 499 | 500 | 501 | 502 | 503 | 504 | 505 | 506 | 507 | 508 | 509 | 510 | 511 | 512 | 513 | 514 | 515 | 516 | 517 | 518 | 519 | 520 | 521 | 522 | 523 | 524 | 525 | 526 | 527 | 528 | 529 | 530 | 531 | 532 | 533 | 534 | 535 | 536 | 537 | 538 | 539 | 540 | 541 | 542 | 543 | 544 | 545 | 546 | 547 | 548 | 549 | 550 | 551 | 552 | 553 | 554 | 555 | 556 | 557 | 558 | 559 | 560 | 561 | 562 | 563 | 564 | 565 | 566

1 हड़प्पा सभ्यता की मुद्राएँ किससे निर्मित की जाती थीं?

ताँबा
सोना
मिट्टी
काँस्य

2 सुरकोटदा किसलिए प्रसिद्ध है?

परिपक्व हड़प्पा संस्कृति के लिए
घोड़े की हड्डियों के अवशेषों के लिए
युगल शवाधान के लिए
उपर्युक्त में से कोई नहीं

3 हड़प्पा सभ्यता की दो सबसे महत्त्वपूर्ण फसलें कौन-सी थीं?

गेहूँ और जौ
तिल और सरसों
धान और मटर
कपास और गन्ना

4 वेदान्त दर्शन पर उल्लिखित ग्रंथ 'खण्डन-खाद्य' की रचना उम्बेक ने की थी। उम्बेक किस विद्वान का छद्म नाम है?

भवभूति
कालिदास
भास
अश्वघोष

5 कौटिल्य के अर्थशास्त्र को खोज निकालने एवं उस पर प्रामाणिक प्रकाश डालने का श्रेय किस इतिहासकार को प्राप्त है?

डॉ. जौली
विण्टरनित्स
आचार्य शामशास्त्री
डी. आर. भंडारकर

पन्ने पर जाएँ
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 | 21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 | 28 | 29 | 30 | 31 | 32 | 33 | 34 | 35 | 36 | 37 | 38 | 39 | 40 | 41 | 42 | 43 | 44 | 45 | 46 | 47 | 48 | 49 | 50 | 51 | 52 | 53 | 54 | 55 | 56 | 57 | 58 | 59 | 60 | 61 | 62 | 63 | 64 | 65 | 66 | 67 | 68 | 69 | 70 | 71 | 72 | 73 | 74 | 75 | 76 | 77 | 78 | 79 | 80 | 81 | 82 | 83 | 84 | 85 | 86 | 87 | 88 | 89 | 90 | 91 | 92 | 93 | 94 | 95 | 96 | 97 | 98 | 99 | 100 | 101 | 102 | 103 | 104 | 105 | 106 | 107 | 108 | 109 | 110 | 111 | 112 | 113 | 114 | 115 | 116 | 117 | 118 | 119 | 120 | 121 | 122 | 123 | 124 | 125 | 126 | 127 | 128 | 129 | 130 | 131 | 132 | 133 | 134 | 135 | 136 | 137 | 138 | 139 | 140 | 141 | 142 | 143 | 144 | 145 | 146 | 147 | 148 | 149 | 150 | 151 | 152 | 153 | 154 | 155 | 156 | 157 | 158 | 159 | 160 | 161 | 162 | 163 | 164 | 165 | 166 | 167 | 168 | 169 | 170 | 171 | 172 | 173 | 174 | 175 | 176 | 177 | 178 | 179 | 180 | 181 | 182 | 183 | 184 | 185 | 186 | 187 | 188 | 189 | 190 | 191 | 192 | 193 | 194 | 195 | 196 | 197 | 198 | 199 | 200 | 201 | 202 | 203 | 204 | 205 | 206 | 207 | 208 | 209 | 210 | 211 | 212 | 213| 214 | 215 | 216 | 217 | 218 | 219 | 220 | 221 | 222 | 223 | 224 | 225 | 226 | 227 | 228 | 229 | 230 | 231 | 232 | 233 | 234 | 235 | 236 | 237| 238 | 239 | 240 | 241 | 242 | 243 | 244 | 245 | 246 | 247 | 248 | 249 | 250 | 251 | 252 | 253 | 254 | 255 | 256 | 257 | 258 | 259 | 260 | 261 | 262 | 263 | 264 | 265 | 266 | 267 | 268 | 269 | 270 | 271 | 272 | 273 | 274 | 275 | 276 | 277 | 278 | 279 | 280 | 281 | 282 | 283 | 284 | 285 | 286 | 287 | 288 | 289 | 290 | 291 | 292 | 293 | 294 | 295 | 296 | 297 | 298 | 299 | 300 | 301 | 302 | 303 | 304 | 305 | 306 | 307 | 308 | 309 | 310 | 311 | 312 | 313 | 314 | 315 | 316 | 317 | 318 | 319 | 320 | 321 | 322 | 323 | 324 | 325 | 326 | 327 | 328 | 329 | 330 | 331 | 332 | 333 | 334 | 335 | 336 | 337 | 338 | 339 | 340 | 341 | 342 | 343 | 344 | 345 | 346 | 347 | 348 | 349 | 350 | 351 | 352 | 353 | 354 | 355 | 356 | 357 | 358 | 359 | 360 | 361 | 362 | 363 | 364 | 365 | 366 | 367 | 368 | 369 | 370 | 371 | 372 | 373 | 374 | 375 | 376 | 377 | 378 | 379 | 380 | 381 | 382 | 383 | 384 | 385 | 386 | 387 | 388 | 389 | 390 | 391 | 392 | 393 | 394 | 395 | 396 | 397 | 398 | 399 | 400 | 401 | 402 | 403 | 404 | 405 | 406 | 407 | 408 | 409 | 410 | 411 | 412 | 413 | 414 | 415 | 416 | 417 | 418 | 419 | 420 | 421 | 422 | 423 | 424 | 425 | 426 | 427 | 428 | 429 | 430 | 431 | 432 | 433 | 434 | 435 | 436 | 437 | 438 | 439 | 440 | 441 | 442 | 443 | 444 | 445 | 446 | 447 | 448 | 449 | 450 | 451 | 452 | 453 | 454 | 455 | 456 | 457 | 458 | 459 | 460 | 461 | 462 | 463 | 464 | 465 | 466 | 467 | 468 | 469 | 470 | 471 | 472 | 473 | 474 | 475 | 476 | 477 | 478 | 479 | 480 | 481 | 482 | 483 | 484 | 485 | 486 | 487 | 488 | 489 | 490 | 491 | 492 | 493 | 494 | 495 | 496 | 497 | 498 | 499 | 500 | 501 | 502 | 503 | 504 | 505 | 506 | 507 | 508 | 509 | 510 | 511 | 512 | 513 | 514 | 515 | 516 | 517 | 518 | 519 | 520 | 521 | 522 | 523 | 524 | 525 | 526 | 527 | 528 | 529 | 530 | 531 | 532 | 533 | 534 | 535 | 536 | 537 | 538 | 539 | 540 | 541 | 542 | 543 | 544 | 545 | 546 | 547 | 548 | 549 | 550 | 551 | 552 | 553 | 554 | 555 | 556 | 557 | 558 | 559 | 560 | 561 | 562 | 563 | 564 | 565 | 566

सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
राज्यों के सामान्य ज्ञान