ऐतरनी-वैतरणी तालाब, वाराणसी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अंशुल सुधाकर (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:04, 11 जनवरी 2014 का अवतरण (''''ऐतरनी-वैतरणी तालाब''' उत्तर प्रदेश राज्य के [[वाराण...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

ऐतरनी-वैतरणी तालाब उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी नगर में स्थित है। यह तालाब कज्जाकपुरा से कोनिया जाने वाले रास्ते पर है। रेलवे लाइन का निर्माण होने के बाद यह तालाब दो भागों में हो गया है। पहले हिन्दू तीर्थ यात्री इस तालाब में स्नान-ध्यान, पूजा और आचमन भी करते थे। मान्यता है कि काशी के सारे कुण्डों में स्नान करके इस तालाब में स्नान करने पर व्यक्ति के मरने के बाद वैतरणी नदी पार कर स्वर्ग पहुंच जाता है। तालाब के तट पर वैतरणी महादेव का प्राचीन मंदिर भी था। जो जमीन में धंस गया। बाद में लोगों ने दूसरा वैतरणी महादेव का मंदिर बनाया। काशी के अष्ट कूपों में बृद्धकाल कूप, चन्द्रकूप, कलश कूप, धर्मकूप, शुक्रकूप, गोकरण कूप, कर्दम कूप तथा शुभोदक कूप है।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. कुंड व तालाब (हिंदी) काशी कथा। अभिगमन तिथि: 11 जनवरी, 2014।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख