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भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अंशुल सुधाकर (चर्चा | योगदान) |
अंशुल सुधाकर (चर्चा | योगदान) |
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-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
+ | {निम्नलिखित में से कौन एक समाज के लिए इतना/इतनी महत्वपूर्ण है कि इसका उल्लंघन गम्भीर दण्ड की अपेक्षा करता है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-1,प्रश्न-6 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -प्रथाएं | ||
+ | +लोकाचार | ||
+ | -विचारधाराएँ | ||
+ | -लोकरीतियं | ||
+ | {समाजशास्त्र का शाब्दिक अर्थ है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-5,प्रश्न-6 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -विज्ञानों का विज्ञान | ||
+ | +समाज का विज्ञान | ||
+ | -साहित्य का अध्ययन | ||
+ | -विज्ञान का अध्ययन | ||
+ | {समाजशास्त्र का विकास किस देश में हुआ ?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-27,प्रश्न-6 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +फ्रांस | ||
+ | -जर्मनी | ||
+ | -इंग्लैड | ||
+ | -अमेरिका | ||
+ | {निम्नलिखित में से कौन संस्था का महत्व बताता है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-42,प्रश्न-6 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -संस्कृति जीवन का वाहक है | ||
+ | -सांस्कृतिक अनुरूपता उत्पन्न करती है | ||
+ | -संस्थाएं मानवीय आवश्यकताओं की पूर्ति करती है | ||
+ | +उपरोक्त सभी | ||
+ | {निम्नलिखित में किसमें संघर्ष विद्यमान नहीं है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-51,प्रश्न-7 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -उपभोक्ताओं के विरोध ने वस्तुओं के दाम गिरा दिया | ||
+ | -ट्रेड यूनियन द्वारा कर्मचारियों से समय विरोध के लिए कार्य करने से मना करना | ||
+ | -ए और बी ने मकान का मसला अपने मध्य न सुलझा पाने के कारण अदालत से सुपुर्द कर दिया | ||
+ | +मेडिकल कालेज में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों के प्रयत्न | ||
+ | |||
+ | {व्यक्ति के सीखे हुए व्यवहार को क्या कहते हैं?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-63,प्रश्न-6 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -विज्ञान | ||
+ | -तकनीकि | ||
+ | -सभ्यता | ||
+ | +संस्कृति | ||
+ | |||
+ | {वंशानुक्रम के नियम से अर्थ है(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-113,प्रश्न-7 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -समपत्ति हस्तांतरण से संबंधित नियम | ||
+ | +सदस्य व्यक्ति के रक्त-समूह निर्धारण से संबंधित नियम | ||
+ | -वैवाहिक संबंधों से संबंधित नियम | ||
+ | -भाई-बहनों की पहचान से संबंधित नियम | ||
+ | |||
+ | {प्राथमिक समूह की विशेषताएं है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-134,प्रश्न-6 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -+सदस्यों में भावात्मक घनिष्ठता हैं | ||
+ | -समान आयु, समूह और लिंग के सदस्य | ||
+ | -सदस्यों में समानता | ||
+ | -आय साधनों में समानता | ||
+ | |||
+ | {सन्दर्भ समूह व्यवहार में मूल तत्व है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-1,प्रश्न-7 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -ईर्ष्या | ||
+ | +सापेक्ष वचन | ||
+ | -बाह्म समूह | ||
+ | -सदस्यता | ||
+ | |||
+ | {सामाजिक परिवर्तन के च्रकीय सिद्धांत के प्रवर्तक हैं-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-5,प्रश्न-8 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +स्पेंग्लर | ||
+ | -टॉयनबी | ||
+ | -(A) तथा (B) दोनों | ||
+ | -मॉर्गन | ||
+ | |||
+ | {समाजशास्त्र किसका विज्ञान है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-27,प्रश्न-7 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -मनुष्यों का | ||
+ | -व्यक्ति का | ||
+ | +समाज का | ||
+ | -प्रथाअओं का | ||
+ | |||
+ | {समुदाय होता है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-42,प्रश्न-7 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -अमूर्त | ||
+ | +मूर्त | ||
+ | -सामान्य | ||
+ | -असामान्य | ||
+ | |||
+ | {सिन्धु घाटी की सबसे प्रभावशाली विशेषता क्या है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-51,प्रश्न-8 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -धार्मिक विश्वास | ||
+ | -वस्त्र | ||
+ | -संगीत के उपकरण | ||
+ | +सिविल इंजीनियरिंग | ||
+ | |||
+ | {सामाजिक समूह का अच्छा उदाहरण है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-63,प्रश्न-7 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -सड़क की भीड़ | ||
+ | +पाठशाला की कक्षा | ||
+ | -गांव का मेला | ||
+ | -मंदिर का आयोजन | ||
+ | |||
+ | {"धर्म मानव की पाशविक एवं दैवीय प्रकृति के बीच की श्रृंखला है ।"पर निम्न में से किसकी व्याख्या है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-113,प्रश्न-8 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -श्री.जी. बी. काणे | ||
+ | +के. एम. कपाड़िया | ||
+ | -ड़ॉ. राधाकृष्णण | ||
+ | -पणिक्कर | ||
+ | |||
+ | {सामाजिक गतिशीलता को 'समकक्ष' एवम् 'उदग्र' में विभाजित करने वाले विद्वान कौन हैं?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-134,प्रश्न-7 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -मर्टन | ||
+ | +सोरोकिन | ||
+ | -स्पेंसर | ||
+ | -दुर्खीम | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से मानव समाज के निवास की रेखीय व्याख्या किसने दी?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-1,प्रश्न-8 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -पैरेटो | ||
+ | -वेबर | ||
+ | +स्पेंसर | ||
+ | -सोरोकिन | ||
+ | |||
+ | {निम्नांकित में से कौन -सा कथन एक सामाजिक समूह की विशेषता है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-5,प्रश्न-9 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -किसी स्थान पर लोगों का संग्रह | ||
+ | -दो या अधिक व्यक्ति जो सामाजिक सम्बन्ध से आबद्ध हों | ||
+ | +किसी दुर्घटनावश व्यक्तियों का एकत्रित होना | ||
+ | -किसी दुकान पर कुछ व्यक्तियों की संख्या | ||
+ | |||
+ | {समाजशास्त्र क संबंध किससे है(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-27,प्रश्न-8 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -आर्थिक व राजनीतिक व्यवस्था से | ||
+ | -व्यवहार की मौलिक क्रियाओं से | ||
+ | +सामाजिक प्रक्रियाओं से | ||
+ | -जाति और वर्ग की घटनाओं से | ||
+ | |||
+ | {"मूल्य एक धारणा है जो सांस्कृतिक या व्यक्तिगत हो सकता है जिसके द्वारा चीजों की तुलना एक-दूसरे के साथ की जाती है" किसका कथन है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-42,प्रश्न- 8 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -मैकाइवर | ||
+ | -चार्ल्स पेज | ||
+ | -श्रीनिवास | ||
+ | +एच. एम. जांसन | ||
+ | |||
+ | {किस विद्वान ने कहा था कि 'प्रस्थिति संस्थागत भूमिका है।'(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-51,प्रश्न-9 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -सदरलैंड | ||
+ | +बीस्टीड | ||
+ | -विलियम गुडे | ||
+ | -फिचर | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में से कौन-सा औपचारिक समूह है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-63,प्रश्न-8 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -एक सामाजिक क्लब | ||
+ | -स्थानीय स्तर पर एक राजनैतिक दल | ||
+ | +एक व्यापारिक यूनियन | ||
+ | -उपरोक्त तीनों | ||
+ | |||
+ | {हिन्दू धर्म में तीन ग्रहण माने गए हैं- देव ऋण और ऋषि ऋण,तीसरा-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-113,प्रश्न-9 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -मातृ ऋण | ||
+ | +प्रितृ ऋण | ||
+ | -गुरू ऋण | ||
+ | -इनमें से कोई नहीं | ||
+ | |||
+ | {"एक सामाजिक वर्ग व्यक्तियों का समूह या विशेष श्रेणी है जिसकी समाज में एक विशिष्ट स्थिति होती है, यह विशिष्ट स्थिति ही अन्य समूहों से उनके संबंधों को निर्धारित करती है।" यह कथन किस विद्वान का है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-134,प्रश्न-8 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -कार्ल मार्क्स का | ||
+ | -जिंसबर्ग | ||
+ | +गोल्डनर का | ||
+ | -मैकाइवर तथा पेज का | ||
+ | |||
+ | {समाजीकरण होता है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-2,प्रश्न-12 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -बाल्यवस्था में | ||
+ | -युवावस्था में | ||
+ | +जीवन पर्यंत में | ||
+ | -विभिन्न अंतरालों पर | ||
+ | |||
+ | {सामाजिक घटनाओं के कार्यकरण विशेष हेतु 'आदर्श प्रारूप' की अवधारणा किसने विकसित की?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-5,प्रश्न-10 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -सोरोकिन | ||
+ | +मैक्स वेबर | ||
+ | -पाटसंस | ||
+ | -पैरेटो | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में सत्य कथन है (पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-27,प्रश्न-9 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -समाजशास्त्र समाज के सांस्कृतिक पक्ष के बाह्म स्वरूप का अध्ययन है | ||
+ | -समाजशास्त्र वैयक्तिक हितों का वैज्ञानिक अध्ययन है | ||
+ | -समाजशास्त्र के स्वरूपात्मक सम्प्रदाय के मुख्य प्रतिपादक सोरोकिन है | ||
+ | +कोम्त ने 1838 में समाजशास्त्र की नींव रखी | ||
+ | |||
+ | {सामाजिक प्रतिमान या मानदण्ड किसे कहते हैं?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-42,प्रश्न-9 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -व्यवहार के संस्थागत तरीकों को | ||
+ | -व्यहार के परिणात्मक तरीकों को | ||
+ | +व्यवहार के सांस्कृतिक एवं संस्थागत तरीककों | ||
+ | -व्यवहार के निर्माणात्मक तरीकों को | ||
+ | |||
+ | {यद्यपि बहुत पहले से प्रस्थिति और भूमिका की अवधारणा साहित्य में प्रयुक्त हो रही है परंतु वर्णन और विश्लेषण के उपयोगी उपादानों के रूप में इन अवधारणाओं के प्रयोग का श्रेय किसे है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-51,प्रश्न-10 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +मानवशास्त्री लिंटन | ||
+ | -मानवशास्त्री सार्जेन्ट | ||
+ | -मानवशास्त्री इलियट | ||
+ | -मानवशास्त्री मैरिल | ||
+ | |||
+ | {समाजशास्त्री गिलिन एंड गिलिन ने समूह के वर्गीकरण में किस परिवार और जाति को स्वीकार किया गया है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-63,प्रश्न-9 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -क्षेत्रीय समूह | ||
+ | -अस्थायी समूह | ||
+ | +रक्त संबंधी समूह | ||
+ | -सांस्कृतिक समूह | ||
+ | |||
+ | {प्राचीनतम विवाह संस्कार का वर्णन करने वाला "विवाह सूक्त" किसमें पाया जाता है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-113,प्रश्न-10 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +ऋग्वेद | ||
+ | -यजुर्वेद | ||
+ | -सामवेद | ||
+ | -गृह्म सूत्र | ||
+ | |||
+ | {विवाह या सांस्कृतिक समानता के कारण व्यक्ति जब एक-दूसरे के निकट संपर्क में रहने लगता है तो उसमें जन्म होता है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-134,प्रश्न-9 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +आत्मसात की प्रक्रिया का | ||
+ | -संगठन की प्रक्रिया का | ||
+ | -सहनशीलता प्रक्रिया का | ||
+ | -अवसरों की समानता की प्रक्रिया का | ||
+ | |||
+ | {विवाह का एक प्रकार जो देवर-विवाह कहलाता है सम्पन्न होता है, एक पुरूष और-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-2,प्रश्न-13 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -उसकी मतृ पत्नी की बहन के बीच | ||
+ | +उसके मतृ भाई की पत्नी के बीच | ||
+ | -निम्न जाति की महिका के बीच | ||
+ | -उच्च जाति की महिला के बीच | ||
+ | |||
+ | {जाति का व्यावसायिक सिद्धांत किसने दिया?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-5,प्रश्न-12 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +नेसफील्ड | ||
+ | -घुरिये | ||
+ | -कापड़िया | ||
+ | -रजनी कोठारी | ||
+ | |||
+ | {समाजशास्त्र के अध्ययन का केंद्र है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-27,प्रश्न-10 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -आदिम मनुष्य | ||
+ | +सामाजिक समूह | ||
+ | -पूंजी प्राप्त करने वाला मनुष्य | ||
+ | -व्यावहारिक सदस्य के रूप में मनुष्य | ||
+ | |||
+ | {आत्मसातकरण आवश्यक रूप से एक-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-42,प्रश्न-10 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +सामाजिक प्रक्रिया | ||
+ | -राजनीनिक प्रक्रिया | ||
+ | -ऐतिहासिक प्रक्रिया | ||
+ | -मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया | ||
+ | |||
+ | {बीरस्टीड के अनुसार कौन-सा सामाजिक आदर्श नहीं है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-51,प्रश्न-11 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -जनरीतियां | ||
+ | -रूढ़ियाँ | ||
+ | -कानून | ||
+ | +संघर्ष | ||
+ | |||
+ | {निम्नलिखित में कौन-सा कथन सही है-(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-63,प्रश्न-10 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -द्वितीय समूह के सदस्यों में परस्पर औपचारिक संबंधं होते हैं | ||
+ | -द्वितीयक समूहों के सदस्यों में परस्पर अनौपचारिक संबंधं होते हैं | ||
+ | +द्वितीयक समूहों के सदस्यों में पारस्परिक कोई संबंधं नहीं होते हैं | ||
+ | -कोई कथन सहीं नहीं हैं | ||
+ | |||
+ | {संयुक्त परिवार की प्रकृति किस प्रकार की होती है?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-113,प्रश्न-12 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +समाजवादी | ||
+ | -साम्यवादी | ||
+ | -नाजीवादी | ||
+ | -पूंजीवादी | ||
+ | |||
+ | {निम्नांकित पुस्तकों में से किसमें सी.सच. कूले ने "प्राथमिक समूह" की अवधारणा का उल्लेख किया है जो अभिलेक्षित करती है घनिष्ठ आमने सामने के सम्बंध?(पुस्तक यू.जी.सी. समाज शास्त्र सा.ज्ञा.,पृ.सं.-134,प्रश्न-10 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -कोई नहीं | ||
+ | -मानव समूह | ||
+ | -मानव समूहों की प्रकृति | ||
+ | +सामाजिक संगठन | ||
07:15, 15 मार्च 2014 का अवतरण
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