सुभद्रांगी

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  • उत्तरी परम्पराओं में अशोक की माता का नाम सुभद्रांगी [1]मिलता है, जिसे चम्पा के एक ब्राह्मण की रूपवती कन्या बतलाया गया है।
  • इससे बिंदुसार को एक दूसरा पुत्र भी हुआ था, जिसका नाम विगताशोक [2]था ना कि तिष्य जैसा कि लंका की परम्परा में आता है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. इसका उल्लेख 'अशोकावदानमाला' में तो है, पर 'दिव्यावदान' में नहीं है।
  2. वीताशोक

मुखर्जी, राधाकुमुद अशोक (हिंदी)। नई दिल्ली: मोतीलाल बनारसीदास, 2।

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