विटामिन ए

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विटामिन ए (अंग्रेज़ी: Vitamin A) वसा में घुलनशील विटामिन है। यह मुख्यत: रेटिनॉयड और कैरोटिनॉयड दो रूपों में पाया जाता है। सब्जियों का रंग जितना गहरा और चमकीला होगा, उनमें कैरोटिनॉयड की मात्रा उतनी ही अधिक होगी। यूं तो करीब 600 तरह के कैरोटिनॉयड के बारे में जानकारी है, लेकिन बीटा-कैरोटिन, अल्फा कैरोटिन और बीटा-जैन्थोफिल सबसे महत्वपूर्ण हैं। इन्हें ‘प्रोविटामिन ए’ कहा जाता है। विशेष परिस्थितियों में शरीर इन्हें रेटिनॉयड में परिवर्तित कर लेता है।

उपयोगिता

  • विटामिन ए को 'रेटिनल' भी कहते हैं, क्योंकि यह आंखों के रेटिना में पिग्मेंट्स उत्पन्न करता है। विटामिन ए हमारी आंखों की रोशनी को बनाए रखता है और कम रोशनी में भी चीजों को देखने में सहायता करता है।
  • यह स्वस्थ त्वचा, दांतों, हड्डियों, मुलायम ऊतकों और म्युकस मेंब्रेन के लिए ज़रूरी है। यह प्रजनन और स्तनपान के लिए भी आवश्यक है।
  • रेटिनॉयड विटामिन ए का सक्रिय रूप है। शरीर में प्रोटीन की कमी विटामिन ए के रेटिनॉयड रूप की कमी का कारण बन सकती है।
  • विटामिन ए वसा में घुलनशील विटामिन है, इसलिए इसके अवशोषण के लिए उचित मात्र में वसा और जिंक का अवशोषण भी अत्यधिक आवश्यक है।
  • यह विटामिन इम्यून तंत्र को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे हमारी कोशिकाएं अति सक्रिय होने से बच जाती हैं। इससे कई तरह की फूड एलर्जी का खतरा कम हो जाता है।
  • विटामिन ए कोशिकाओं के सामान्य विकास और कार्य प्रणाली के लिए, प्रजनन तंत्र, पुरुषों में स्पर्म के उचित मात्रा में निर्माण के लिए भी अत्यंत आवश्यक है।
  • यह एक एंटीऑक्सीडेंट है। एंटी ऑक्सीडेंट्स वह पदार्थ होते हैं, जो कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के हानिकारक प्रभावों से बचाते हैं।[1]

प्राकृतिक स्रोत

विटामिन ए हरी पत्तेदार सब्जियों में पाया जाता है। यह अंडे, मांस, दूध, पनीर, क्रीम व मछली आदि में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, लेकिन इनमें सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल भी काफ़ी मात्रा में पाया जाता है। हरी सब्जियों में पालक, गाजर, कक्कू, ब्रोकली आदि इसके अच्छे स्रोत हैं।

कमी से होने वाले नुकसान

  • एक अनुमान के अनुसार विश्व के एक तिहाई बच्चे विटामिन ए की कमी से पीड़ित हैं।
  • रतौंधी अर्थात जिन लोगों को कम रोशनी में ठीक से दिखाई नहीं देता, उनमें विशेष रूप से विटामिन ए की कमी पाई जाती है।
  • जिन गर्भवती महिलाओं में विटामिन ए की कमी होती है, उनके गर्भावस्था और प्रसव के समय मृत्यु की आशंका बढ़ जाती है और स्तनपान कराने में भी समस्या आती है।
  • बच्चों में विटामिन ए की कमी के कारण पाचन मार्ग और श्वसन मार्ग के ऊपरी भाग में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जो उनकी मृत्यु का एक प्रमुख कारण है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. विटामिन ए ज़रूरी है पर ज्यादा नहीं (हिन्दी) लाइव हिंदुस्तान। अभिगमन तिथि: 13 दिसम्बर, 2014।*हृदय के रोगों, अस्थमा, मधुमेह और कई तरह के कैंसर से भी विटामिन ए बचाता है।

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