विक्टोरिया जलप्रपात
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विक्टोरिया जलप्रपात जिम्बाव्बे में जेम्बेजी नदी पर स्थित है। यह जलप्रपात विश्व के सात आश्चर्यों में गिना जाता है। विश्व के शानदार जलप्रपातों में से यह प्रपात दूसरे नम्बर पर रखा जाता है। विक्टोरिया जलप्रपात को स्थानीय भाषा में 'मोसी-ओआ-तुन्या' कहा जाता है।
- इस जलप्रपात का अफ़्रीकी नाम 'मोसी-ओआ-तुन्या' है, अर्थात 'धुआँ जो गरजे'।
- विक्टोरिया जलप्रपात का निर्माण जेम्बेजी नदी से होता है।
- इस जलप्रपात में गिरने से पहले जेम्बेजी नदी काफ़ी चौड़ी हो जाती है, पर ज्यादा गहरी नही है। इसमें कई उप-नदियां भी आकर मिली हैं।
- प्रपात से पहले जेम्बेजी नदी में 'लुआम्पा' और 'कुआन्डो' नाम की दो बड़ी नदियां भी आकर मिलती हैं।
- विक्टोरिया जलप्रपात विश्व का सबसे बड़ा एकल प्रपात है, जो बेसाल्ट घाटियों में मीलो तक शोर करता है।
- इस जलप्रपात में जल के गिरने की आवाज़ किसी के भी रौंगटे खड़े कर सकती है। ऐसा लगता है कि मानो पूरी जेम्बेजी नदी ही यहाँ से कूद पड़ी हो।
- मुख्य जलप्रपात सबसे लंबा है, इसे 'मेन फ़ाल्स' कहते हैं।
- विक्टोरिया जलप्रपात में जल इतने जोरों से गहराई में गिरता है कि आस-पास 20 किलोमीटर तक धुंध दिखाई देती है। उससे होने वाली बौछार उँचे जाकर वर्षा की तरह गिरती है। इसी की वजह से यहां रेन फॉरेस्ट बना हुआ है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ कुदरत की अनोखी देन, खूबसूरत झरने (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 17 मई, 2014।
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