रामावत सम्प्रदाय

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रामावत सम्प्रदाय की स्थापना स्वामी रामानन्द ने की थी। ये रामानुज स्वामी की श्रीवैष्णव परम्परा में हुए थे।

  • रामानन्द स्वामी ने मध्य युग की नयी परिस्थिति में अपने सम्प्रदाय को उदार बनाया।
  • धर्म में जाति-पाति का बन्धन रामानन्द स्वामी ने ढीला किया और उसका द्वार सभी के लिए खोल दिया।
  • 'रामावत सम्प्रदाय' में सवर्ण, वर्णेत्तर, स्त्री, मुस्लिम आदि सभी दीक्षित थे।
  • इस सम्प्रदाय का मंत्र था- "रां रामाय नम:"।


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