मानसूनी गर्त

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मानसूनी गर्त का अभिप्राय अंतर उष्णकटिबंधीय क्षेत्र से है, जो गंगा के मैदानों में होता है।

  • जुलाई के महीने में यह उष्णकटिबंधीय क्षेत्र 20-25 डिग्री अक्षांशों में स्थापित हो जाता है।
  • इसे ही मुख्यत: 'मानसूनी गर्त' कहा जाता है।
  • यह गर्त उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी भारत में प्रमुख भूमिका निभाता है।
  • इसकी सहायता से निम्न तापीय वायुदाब विकसित होने में मदद मिलती है।

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