अच्युत (जैन)

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जैनियों के देवता चार श्रेणियों में विभाजित हैं। अच्युत चौथी अर्थात वैमानिक श्रेणी के कल्पभव देवताओं का एक भेद है। जैन धर्म में प्रचलित इस शब्द का प्रयोग हिन्दी साहित्य में किया गया है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  • पुस्तक- पौराणिक कोश |लेखक- राणा प्रसाद शर्मा | पृष्ठ संख्या- 561

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