तितास एकटि नदीर नाम
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तितास एकटि नदीर नाम बांग्ला भाषा की एक कालजयी कृति है। यह 1956 में जब छपी थी, तब तक इसके लेखक 'अद्वैत मल्लबर्मन' की मात्र 37 साल की उम्र में अकाल मौत हो चुकी थी। पर इस उपन्यास ने उन्हें अमर कर दिया। मशहूर फिल्मकार ऋत्विक घटक ने इस पर इसी नाम से एक अविस्मरणीय फिल्म बनाई थी। बांग्ला साहित्य में इसे दलित विचारधारा की प्रतिनिधि कृति के बतौर भी देखा जाता है, क्योंकि अद्वैत खुद दलित मालो समुदाय से थे। इस उपन्यास में अविभाजित बंगाल के हिंदू मछुआरों और मुसलमान किसानों का जीवन अपने तमाम भाव-अभाव के साथ चित्रित हुआ है। इस उपन्यास में लेखक का नजरिया कतई रोमांटिक नहीं है, लेकिन जनजीवन की नैसर्गिक सुषमा इसमें भरी हुई है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सुशांत, धर्मेद्र। कालजयी कृति (हिन्दी) हिंदुस्तान लाइव। अभिगमन तिथि: 14 मार्च, 2015।