"पल पल दिल के पास तुम रहती हो" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 22: पंक्ति 22:
 
|बाहरी कड़ियाँ=[http://www.google.co.in/music/album?n=Hum-Sab-Ustad-Hain&id=20100520134546_jb8wid1yon10  पल पल दिल के पास, तुम रहती हो(गूगल म्यूज़िक ऑनलाइन)]
 
|बाहरी कड़ियाँ=[http://www.google.co.in/music/album?n=Hum-Sab-Ustad-Hain&id=20100520134546_jb8wid1yon10  पल पल दिल के पास, तुम रहती हो(गूगल म्यूज़िक ऑनलाइन)]
 
}}
 
}}
 +
[[चित्र:Blackmail.jpg|thumb]]
 
<poem>
 
<poem>
 
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
 
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो

11:11, 23 अप्रैल 2011 का अवतरण

Blackmail-1.jpg
फ़िल्म ब्लैक मेल
गायक किशोर कुमार
संगीतकार कल्याणजी - आनंदजी
गीतकार राजेन्द्र कृष्ण
अभिनेता धर्मेन्द्र
अभिनेत्री राखी गुलज़ार
वर्ष 1973
बाहरी कड़ियाँ पल पल दिल के पास, तुम रहती हो(गूगल म्यूज़िक ऑनलाइन)
Blackmail.jpg

पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
जीवन मीठी प्यास, ये कहती हो
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो

हर शाम आँखों पर, तेरा आँचल लहराए
हर रात यादों की, बारात ले आए
मैं सांस लेता हूँ, तेरी खुशबू आती है
एक महका महका सा, पैगाम लाती है
मेरे दिल की धड़कन भी, तेरे गीत गाती है
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो

कल तुझको देखा था, मैने अपने आंगन में
जैसे कह रहीं थी तुम, मुझे बाँध लो बन्धन में
ये कैसा रिश्ता है, ये कैसे सपने हैं
बेगाने हो कर भी, क्यूँ लगते अपने हैं
मैं सोच में रहता हूँ, डर डर के कहता हूँ
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो

तुम सोचोगी क्यूँ इतना, मैं तुमसे प्यार करूं
तुम समझोगी दीवाना, मैं भी इक़रार करूं
दीवानों की ये बातें, दीवाने जानते हैं
जलने में क्या मज़ा है, परवाने जानते हैं
तुम यूँ ही जलाते रहना, आ आ कर ख़्वाबों में
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो
जीवन मीठी प्यास, ये कहती हो
पल पल दिल के पास, तुम रहती हो

बाहरी कडियाँ


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ