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08:40, 21 मार्च 2011 का अवतरण

(अंग्रेज़ी:Work) जब हम सामान्य भाषा व दैनिक जीवन में कार्य की बात करते हैं, तथा भौतिकी में कार्य की परिभाष देखते हैं तो हम दोनों में काफ़ी भिन्नता पाते हैं। भौतिकी में कार्य का होना तभी कहा जाता है जब बल लगाने पर बल की दिशा में विस्थापन होता है। यदि बल लगाने पर बल की दिशा में विस्थापन शून्य हो तो कहा जाता है कि कोई कार्य नहीं किया गया।

किसी वस्तु पर जितना अधिक बल लगाया जाता है तथा जितना अधिक वस्तु की स्थिति में विस्थापन होता है कार्य उतना ही अधिक होता है। जब किसी वस्तु पर बल लगाकर विस्थापन उत्पन्न किया जाता है, तो बल द्वारा किया गया कार्य बल तथा बल की दिशा में विस्थापन के गुणनफल के बराबर होती है। अतः 'कार्य की माप लगाये गये बल, तथा बल की दिशा में वस्तु के विस्थापन के गुणनफल के बराबर होती है'-

कार्य = बल x बल की दिशा में विस्थापन


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टीका टिप्पणी और संदर्भ